Sirf khwab nahin ehsas ho tum

Sirf khwab nahin ehsas ho tum

सिर्फ ख्वाब नहीं एहसास हो तुम,
मेरी किसी दुआ का जवाब हो तुम,
मालूम नहीं दूँ क्या नाम तुम्हें अपने जहां में,
मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम।