Amal Se Bhi Manga Wafa Se Bhi Manga

Amal Se Bhi Manga Wafa Se Bhi Manga

Amal Se Bhi Manga ये शायरी दिल से निकली दुआ है। मैंने अमल से भी माँगा। साथ ही वफ़ा से भी। हर पल तेरा होना चाहता हूँ।

अमल से भी माँगा, वफ़ा से भी माँगा।
फिर मैंने तुझे तेरी रजा से भी माँगा।
जब कुछ न मिला, तो दुआ से भी माँगा।
सच है कि मैंने तुझको खुदा से भी माँगा।

Amal Se Bhi Manga: मतलब और महत्व

इस शायरी का मतलब है, मैं सिर्फ कर्म से नहीं, बल्कि दिल से चाह रहा हूँ।
इसके अलावा, वफ़ा की उम्मीद भी रखता हूँ।

दुआ और उम्मीद की ताकत

जब जिंदगी में कुछ हासिल न हो, तब दुआ ही बचती है। इसलिए मैंने दुआ से भी माँगा।
क्योंकि दुआ दिल को मजबूत बनाती है।

मोहब्बत की गहराई को समझना

यह शायरी रोमांटिक शायरी संग्रह का हिस्सा है।
इससे आप मोहब्बत की गहराई समझ सकते हैं।

प्रेरणा के लिए आउटबाउंड लिंक

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अंत में, ये शायरी दिल से माँगने की ताकत बताती है।
इसे जरूर अपने दोस्तों से साझा करें।

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