Mehfil Ajeeb Hai Na Yeh Manzar Ajeeb Hai November 1, 2018August 16, 2020 supremeshayariLove Shayari महफिल अजीब है, ना ये मंजर अजीब है, जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है, ना डूबने देता है, ना उबरने देता है, उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।